याद कौन करता है?
मौन एकाकीपन में,
हाँ कभी यूँ ही मन में,
एक अनजाना सरीखा
दर्द सा उभरता है,
याद कौन करता है?
वो चले गए कब के,
साथ तो मैं हूँ सबके,
पर मेरे मानस में इक
चलचित्र सा उभरता है,
याद कौन करता है?
अश्रुमय फिर से नयन,
तमपूर्ण फिर ये उर-गगन
हो जाएँ, ऐसी इक कठिन सी
साध कौन करता है,
याद कौन करता है?